भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे।। पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ ** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें। किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी॥ From Sati arrived https://kameronzwbvt.mdkblog.com/35455719/lyrics-shiv-chalisa-fundamentals-explained