कभी भी अमावस, ग्रहण या किसी भी बुरे महूर्त के समय नहीं मिलना चाहिए. आठवां तरीका है की उस स्त्री के वस्त्र या बाएं पैर के मोजा को लें और मोहिनी मंत्र पढ़ते हुए उसे खरल में कूटें। फिर उसमें अपनी अनामिका ऊँगली या सबसे छोटी ऊँगली का रक्त के https://make-up-artist93726.bloggerbags.com/39945730/the-ultimate-guide-to-sadhna